सोमवार, 16 मई 2011

एक बार होना चाहिए ...



जिंदगी में कम से कम एक बार होना चाहिए
मेरी ख्वाहिश है सभी को प्यार होना चाहिए !

इश्क में और जंग में हर दांव जायज़ है, मगर
आदमी पर सामने से,   वार होना चाहिए   !

नाम भी मजनूँ का गाली बन गया इस दौर में
बोलो,     कितना और बंटाधार होना चाहिए  !

लैस है, 'वृषभान की बेटी' नयी तकनीक से ,
'सांवरे' का भी नया अवतार होना चाहिए  !

हाय क्या मासूमियत, क्या क़त्ल करने का हुनर
आपका तो नाम ही ,   तलवार होना चाहिए  !

आँख भी जब बंद हो और वो तसव्वुर में न हो
ऐसे लम्हों पे तो बस,   धिक्कार होना चाहिए  !

जिंदगी तुझसे कभी कुछ,  और मांगूंगा नही
जिस तरह भी हो, विसाल-ए-यार  होना चाहिए

खासियत क्या इश्क की 'आनंद' से पूछो ज़रा
सच बता देगा मगर,  ऐतबार होना चाहिए  !!

           -आनंद द्विवेदी  १३-०५-२०११